FASTag KYC: भारत में चलने वाली गाड़ियों टोल टैक्स आसानी से वसूलने के लिए और टोल नाकों पर गाड़ियों का जाम किया जाता है, इसके लिए नेशनल हाइवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) एक नया प्रोग्राम ला रहा है “One Vehicle, One FASTag” इसका मतलब है कि एक FASTag कार्ड का इस्तेमाल कई गाड़ियों के लिए नहीं किया जा सकता और उसी गाड़ी पर भी सिर्फ एक ही FASTag कार्ड लगाया जा सकता है। इसको सफल बनाने के लिए NHAI ने FASTag का उपयोग करने वालो से अनुरोध किया है कि वो अपने FASTag कार्ड का KYC वैरिफिकेशन पूरा करे, जिसके नियम बैंक ऑफ इंडिया RBI ने बनाए हैं। यह ध्यान रखना बहुत जरुरी है कि 31 जनवरी के बाद जिन FASTag में पर्याप्त मनी बैलेंस है, लेकिन KYC वैरिफिकेशन अधूरा है,उन्हें बैंकों द्वारा डिएक्टिवेट या ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। जिससे आपको समस्या हो सकती है।
FASTag वारीफिकेशन का आज आखरी दिन: FASTag वारीफिकेशन करने का आज आखरी दिन है। आज ही आपको आपके फास्टैग का kyc अपडेट वारीफिकेशन करना होगा। नहीं तो आपको समस्या का सामना करना पड़ सकता है। और आपका TASTag ब्लॉक भी हो सकता है। और फिर अगर आप अपनी गाड़ी लेकर जाते है और आपको टोल टेक्स का सामना करना पड़ा तो आपको डबल अमाउंट देना पढ़ सकता है। इसलिए अगर आप ने fastag का kyc वारीफिकेशन अपडेट नहीं कराया है तो जल्दी करा लीजिये।
FASTag क्या है : FASTag एक इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम है,जो भारत में उपयोग होता है। ये एक RFID (रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन) टैग है जो वाहनों में लगाया जाता है। जिसे टोल बूथ पर बिना रुके ही टोल टैक्स अपने आप कट जाता है। और वाहन चालक को बिना किसी समस्या के टोल टैक्स भी दे देता है।औरआगे भी बढ़ जाता है। जब भी वाहन टोल बूथ के पास आता है आरएफआईडी टैग की मदद से टोल राशि वाहन मालिक के बैंक खाते से सीधे काट ली जाती है। और इससे यातायात प्रवाह भी बेहतर होता है क्यों वाहनों को रुकना नहीं पड़ता। फास्टैग ने पारंपरिक टोल संग्रह प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया है। ईंधन की खपत को भी कम किया जाता है।फास्टैग के इस्तमाल से मैनुअल टोल कलेक्शन की चिंता भी खत्म होती है और भ्रष्टाचार का खतरा भी कम हो जाता है।इसके अलावा,ये एक इको-फ्रेंडली दृष्टिकोण भी है क्योंकि वाहनों को रोकना कम होता है, जिससे वायु प्रदूषण भी ख़राब होता है।
FASTag KYC अपडेट के लिए दस्तावेज : FASTag वैरिफिकेशन के लिए आपको निम्न दस्तावेजों की जरुरत पड़ेगी। RBI ने कहा है की आपको इन में से कोई भी एक दस्तावेज का होना जरुरी है।
- पासपोर्ट ।
- ड्राइविंग लाइसेंस।
- वोटर ईद कार्ड।
- पैन कार्ड।
- आधार कार्ड।
- नरेगा का श्रम कार्ड।
FASTag का KYC अपडेट करने के लिए आसान स्टेप-बाय-स्टेप इन बातो को फॉलो करें :-
- अपने FASTag बनाने वाली बैंक से संपर्क करें।
- नजदीकी बैंक शाखा जाएं, वह आप अपनी बात रखे और उन्हें वैरिफिकेशन के लिए दस्तावेज दे।
- KYC अपडेट फॉर्म लें।
- KYC अपडेट फॉर्म पूरी तरह जानकारी भरें।
- फॉर्म को उसी बैंक में जमा करें।
- इसके अलावा आपको अपने वाहन का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट RC की कॉपी भी दिखानी होगी।
आपको इन बातो को ध्यान में रखकर सभी काम कर लेने है आपका FASTag KYC वेरिफिकेशन पूरा हो जाएगा। जिसके बाद आपको इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। और आपको टोल नाके पर नहीं रोका जाएगा जिससे की आपकी यात्रा में कोई भी दिक्कत न आये और आप अपनी जगह पहुंच पाए।
टोल प्लाजा पर परेशानी से बचने के लिए यह बात बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है,कि आप अपने सबसे नए FASTag का KYC वैरिफिकेशन पूरा करें।और एक गाड़ी पर सिर्फ एक ही FASTag का इस्तेमाल करे। किसी पुरानी FASTag का इस्तेमाल को बंद कर दें।और उसे बैंक के जरिए सुधार कर ले सिर्फ आपके आखिरी वाला FASTag ही काम करेगा।अगर मदद चाहिए तो टोल प्लाजा से संपर्क करें या अपने बैंक के टोल-फ्री कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करें। जिससे आपकीsamasya का समाधान हो जाएगा।जब भी वाहन टोल बूथ के पास आता है। RFID टैग की मदद से टोल राशि वाहन मालिक के बैंक खाते से सीधे काट ली जाती है। और इससे यातायात प्रवाह भी बेहतर होता है क्यों वाहनों को रुकना नहीं पड़ता। फास्टैग ने पारंपरिक टोल एकत्रित करने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया है और ईंधन की खपत को भी कम किया है।